2024 के चुनाव परिणामों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को उत्तर प्रदेश (यूपी) में बड़ा झटका लगा है, और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) 300 सीटों के आंकड़े से पीछे रह गया है, जबकि विपक्षी गठबंधन ‘भारत’ ने अप्रत्याशित बढ़त हासिल की है। यह हेडलाइन राजनीतिक परिदृश्य में बड़े बदलाव की ओर संकेत करती है और दर्शाती है कि चुनाव परिणाम आश्चर्यजनक और महत्वपूर्ण हैं।2024 के चुनाव परिणामों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को उत्तर प्रदेश (यूपी) में बड़ा झटका लगा है, और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) 300 सीटों के आंकड़े से पीछे रह गया है, जबकि विपक्षी गठबंधन ‘भारत’ ने अप्रत्याशित बढ़त हासिल की है। यह हेडलाइन राजनीतिक परिदृश्य में बड़े बदलाव की ओर संकेत करती है और दर्शाती है कि चुनाव परिणाम आश्चर्यजनक और महत्वपूर्ण हैं। 2024 के चुनाव परिणामों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को उत्तर प्रदेश (यूपी) में बड़ा झटका लगा है, और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) 300 सीटों के आंकड़े से पीछे रह गया है, जबकि विपक्षी गठबंधन ‘भारत’ ने अप्रत्याशित बढ़त हासिल की है। यह हेडलाइन राजनीतिक परिदृश्य में बड़े बदलाव की ओर संकेत करती है और दर्शाती है कि चुनाव परिणाम आश्चर्यजनक और महत्वपूर्ण हैं।

2024 के चुनाव परिणामों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को उत्तर प्रदेश (यूपी) में बड़ा झटका लगा है

और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) 300 सीटों के आंकड़े से पीछे रह गया है, जबकि विपक्षी गठबंधन ‘भारत’ ने अप्रत्याशित बढ़त हासिल की है। यह हेडलाइन राजनीतिक परिदृश्य में बड़े बदलाव की ओर संकेत करती है और दर्शाती है कि चुनाव परिणाम आश्चर्यजनक और महत्वपूर्ण हैं।: लोकसभा चुनाव के लिए मतदान जारी है और भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए का विपक्षी गठबंधन ‘भारत’ से कड़ा मुकाबला हो रहा है। उत्तर प्रदेश में भाजपा को भारतीय गुट से गंभीर चुनौती का सामना करना पड़ा है, जो पार्टी के राज्य में प्रभुत्व को हिला सकता है। इस चुनावी मुकाबले को भाजपा और भारत गठबंधन के बीच एक व्यापक वैचारिक लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है।

पोल पंडितों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल की भविष्यवाणी की है, लेकिन ‘इंडिया ब्लॉक’ ने इन भविष्यवाणियों को झुठलाते हुए कड़ी चुनौती पेश की है। भाजपा का अभियान खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चला, जो पार्टी के सबसे बड़े स्टार प्रचारक हैं। उन्होंने रैलियों और रोड शो सहित 200 से अधिक सार्वजनिक बैठकों में भाग लिया। दूसरी ओर, ‘इंडिया ब्लॉक’ का अभियान विपक्षी नेताओं की संयुक्त रैलियों पर केंद्रित था।

कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह 8 बजे वोटों की गिनती शुरू हुई। पोस्टल बैलेट की गिनती के 30 मिनट बाद ईवीएम वोटों की गिनती शुरू हुई। इस साल का लोकसभा चुनाव 1951-52 में हुए भारत के पहले चुनाव के बाद दूसरा सबसे लंबा चुनाव था। सरकार बनाने के लिए किसी भी पार्टी या गठबंधन को बहुमत के लिए 272 सीटों की जरूरत होती है।

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