ARTIFICIAL INTELIGENCE

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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की शुरुआत 1950 के दशक में हुई थी।लेकिन इसको 1970 के दशक में पहचान मिली कंप्यूटर विज्ञान का एक हिस्सा है जो कंप्यूटर को सोचने और काम करने में इंसानों जैसा बनाता है मतलब, कई काम जो सिर्फ इंसान ही कर सकते थे वो अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से होते हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस इंसानो की तरह बातें करने में सक्षम होती है इसे मानव मस्तिष्क के आधार पर तैयार किया जाता है। जॉन मैक्कार्थी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जनक है यह मशीन लर्निंग का उपयोग करके मानव बुद्धि की नकल करता है।  Alexa, Tesla कार और डिजिटल एप्लिकेशन जैसे Netflix और Amazon AI टेक्नोलॉजी के कुछ बेहतरीन उदाहरण हैं।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के प्रकार  

मशीन लर्निंग –आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में मशीन लर्निंग एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। आसान शब्दों में, यह एक ऐसा तरीका है जिससे कंप्यूटर डेटा को देखकर खुद से सीखते हैं और बेहतर फैसले लेते हैं। मशीन लर्निंग में, कंप्यूटर प्रोग्राम अपने अनुभव से सीखते हैं और अपनी काम करने की क्षमता को सुधारते हैं। यानी, मशीन लर्निंग में कंप्यूटर खुद को ट्रेन करता है। चैटजीपीटी और बार्ड जैसे एआई टूल्स में नेचुरल लैंग्वेज प्रोसेसिंग और मशीन लर्निंग का उपयोग किया गया है

आर्टिफिसियल जनरल इन्टेलिजेन्स आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस  को मनुष्यों की तरह सीखने, सोचने और कार्य करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

लिमिटेड मेमोरी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस  जानकारी को याद रख सकता है और इसका उपयोग सीखने और भविष्य के कार्यों में बेहतर होने के लिए कर सकता है।

संकीर्ण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस संकीर्ण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस या कमज़ोरआर्टिफिशियल इंटेलिजेंस , एक प्रकार की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जिसे किसी विशिष्ट कार्य या कार्यों के एक छोटे समूह को वास्तव में अच्छी तरह से करने के लिए बनाया गया है। इसलिए, कमज़ोर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक चीज़ में बहुत अच्छा है, लेकिन सब कुछ नहीं जानता। यह ऐसा है जैसे आपका कोई दोस्त हो जो गणित में बहुत अच्छा हो, लेकिन इतिहास को बहुत कठिन मानता हो।

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स्ट्रांग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस  स्ट्रांग एआई या  आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एक ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है जो कई अलग-अलग कामों को मनुष्यों की तरह समझ सकता है, सीख सकता है और कर सकता है। यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मनुष्यों की तरह सोचने और सीखने वाला है, जिससे यह अनुभव को समझने, तर्क करने, योजना बनाने और विभिन्न पहलुओं के अनुकूल होने में सक्षम होता है। खैर, स्ट्रांग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिर्फ एक विचार है और कोई भी AI इस स्तर तक नहीं पहुंच पाया है। मौजूदा एआई सिस्टम, जिसे संकीर्ण या कमजोर एआई कहा जाता है, विशेष कामों के लिए बनाए गए हैं और उनमें सामान्य प्रस्तुति की व्यापक क्षमताएं नहीं होती हैं।

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